ब्रसेल्स/सैन फ्रांसिस्को. यूरोपियन यूनियन (ईयू) फेशियल रिकॉग्निशन पर अस्थाई रोक लगाने की तैयारी में है। हालांकि, इसके लिए फ्रेमवर्क तैयार किया जाना बाकी है। ईयू के इस प्रपोजल को गूगल और अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने भी मान लिया है। वह चाहते हैं कि फेशियल रिकॉग्निशन टेक्नोलॉजी पर अस्थाई बैन लगाया जाना चाहिए।
उन्होंने फेशियल रिकॉग्निशन के बारे में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा- 'मुझे लगता है कि सरकार और नियामकों को इससे जल्दी निपटना चाहिए। फिर इसे लेकर फ्रेमवर्क जारी करना चाहिए। फेशियल रिकॉग्निशन को कैसे इस्तेमाल किया जाए, इसके बारे में सोचना चाहिए। जिस तरह से आपके फोन नंबर और ईमेल आईडी पासवर्ड्स एक डेटाबेस में स्टोर होते हैं। ठीक उसी तरह आपका फेस डेटा भी कंपनियां स्टोर करना शुरू कर देंगी। यूजरनेम और पासवर्ड हैक होने के बाद आपके पास इन्हें बदलने का ऑप्शन होता है। लेकिन एक बार आपका फेस डेटा गलत हाथ में गया तो आप इसे चाहकर भी बदल नहीं सकेंगे।'
एआई पर गाइडलाइन बनाने पर जोर, कहा-हमें इससे सतर्क रहने की जरूरत
सुंदर पिचाई ने एआई को लेकर चेतावनी दी है। उनका कहना है- 'एआई से कई समस्याओं का समाधान संभव है। लेकिन इससे सतर्क भी रहना होगा। हमें इसके नफा-नुकसान के बीच संतुलन बनाने की जरूरत है। हमें एआई पर गाइडलाइन बनाने की जरूरत है।
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